वर्ष २०२२ में सद्गुरु के वीडियोज ने पार किया ३५० करोड़ व्यूज़ का आंकडा | १.१ करोड़ यूट्यूब सबस्काईबर्स जुडे अंग्रेज़ी वीडियोज से और ६० लाख हिन्दी से

Sadhguru world renowned founder and head of the Isha Foundation

प्रमुख बिंदु:

  1. इस विराट आंकड़े में एक बड़ा हिस्सा १८ से ४४ वर्ष के आयु वर्ग के दर्शकों का है, जो आध्यात्मिक विषय का उपभोग अभूतपूर्व गति से कर रहे हैं
  2. सद्गुरु के वाक्-कौशल और हास्य-विनोद भरे आकर्षक व्यक्तित्व  ने उन्हें १९५ से भी ज़्यादा देशों में लोकप्रिय बना दिया है
  3. सर्वाधिक देखे गए वीडियो में ‘ईशा क्रिया : ए गाईडेड मेडिटेशन’ (ईशा क्रिया : मार्गदर्शन की मदद से ध्यान) , ‘ हाऊ टू मेनिफेस्ट व्होट यू रियली वाँन्ट’ (अपनी प्रबल इच्छा को यथार्थ करने का तरीका) और ‘हाऊ नेवर टू गेट एंग्री और बोदर्ड बाई पीपल’ ( किस तरह से लोगों के कारण क्रोधित या परेशान न होना) जैसे विषय सबसे अधिक देखे गए

राष्ट्रीय, ३ जनवरी २०२३ जीपीएन/(दीपक टंडन)दुनिया जहां उपभोक्तावादी और सतही होती जा रही है, जहां लोगों का ध्यान किसी भी चीज़ की तरफ़ कुछ क्षणों से अधिक टिक नहीं पाता है, वहां भारतीय आध्यात्मिक गुरु और ईशा फाऊंडेशन के संस्थापक सद्गुरु ने सोशियल मीडिया पर अपने वीडियोज के ज़रिए अभूतपूर्व हलचल पैदा कर दी है । विश्व का रुख आध्यात्म की तरफ़ करके सोशियल मीडिया में सनसनी पैदा करने वाले इस प्रचलन के साक्षी स्वयं आंकड़े है। 

वर्ष २०२२ के दौरान सद्गुरु के वीडियो यूट्यूबफेसबुक  और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफोर्म पर बेशुमार देखे गए, जिसका कुल मिलाकर आंकड़ा ३५१ करोड़ व्यूज़ तक जा पहुंचा। उल्लेखनीय है कि इस श्रेणी में ज़्यादातर १८ से ४४ वर्ष के आयु वर्ग के दर्शक शामिल है, जिनका आध्यात्मिक विषयों को देखने का रुझान पहले कभी नहीं देखा गया।

https://www.youtube.com/watch?v=9z9txdl2c5E&feature=youtu.be

सद्गुरु के वीडियो के प्रति दर्शकों का रुझान वर्ष २०२० से तब बढ़ने लगा था , जब विश्व कोरोना महामारी की चपेट में आ गया था। सद्गुरु का वह सुवर्ण वाक्य – ”अगर आप बाहर नहीं जा सकते , तो भीतर जाओ” ने दर्शकों में एक नई जिज्ञासा और आध्यात्मिक रुचि पैदा कर दी । सद्गुरु के  वाक्- कौशल और हास्य-विनोद भरे आकर्षक व्यक्तित्व ने उन्हें  १९५ से भी अधिक देशों में लोकप्रियता दिलाई।

सद्गुरु के अंग्रेज़ी यूट्यूब चेनल को १.१ करोड़ लोगों ने सबस्क्राईब किया है और उनकी आवाज़ को हिन्दी में डब किए गए वीडियोज़ वाले हिन्दी चेनल को ६० लाख लोगों का सबस्क्रिप्शन प्राप्त है । उनके इंस्टाग्राम में भी अद्वितीय वृद्धि देखी गई और यह आंकड़ा ९२ लाख पार कर चुका है। ट्विटर पर भी उन्हें ४० लाख लोग फॉलो कर रहे है ।

भारत के अलावा यूएसए, यूके और कनाडा से भी दर्शकों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। गौरतलब है कि सद्गुरु के वीडियो २९ विविध सोशियल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किए गए हैं और उन्हें ३० विभिन्न भाषाओं में अब तक रूपांतरित किया गया है।

आध्यात्मिक गुरु और ईशा फाऊंडेशन के संस्थापक सद्गुरु

सर्वाधिक देखे गए वीडियो में ‘ईशा क्रिया : ए गाइडेड मेडिटेशन  फ़ॉर हेल्थ एंड वेल-बीईंग’ ((ईशा क्रिया : मार्गदर्शन की मदद से ध्यान)  को २.१ करोड़ दर्शकों ने व्यू किया , जिसके उपरांत , ‘ हाऊ टू मेनिफेस्ट व्हाट यू रियली वांट ‘ (अपनी प्रबल इच्छा को यथार्थ करने का तरीका)  को १.७ करोड़ व्यू मिले ।  ‘ हाऊ नेवर टू गेट एंग्री और बोधर्ड बाय पीपल ‘ ( किस तरह से लोगों के कारण क्रोधित या परेशान न होना) तथा ‘डू धीज़ थिंग्स बिफोर स्लीपिंग’ को युट्यूब पर १.६ – १.६ करोड़ लोगों के व्यू मिले। ये आंकड़े अपने आप में उल्लेखनीय माने जाते है।

विदेशी भाषाओं में रूपांतरित सद्गुरु के वीडियो भी लोकप्रियता की पायदान छूने लगे है । उल्लेखनीय है कि स्पेनिश भाषा में रूपांतरित वीडियो ‘हाऊ डू आई फाईंड माई सोलमेट’ को फ़ेसबूक पर ३ करोड़ से भी ज़्यादा व्यू मिले है। रुसी भाषा में डब किया गया वीडियो, ‘हाऊ टू ईट राईट’ को ५० लाख व्यू मिले है।

गौरतलब है कि पिछले वर्ष ‘सेव द सोयल’ (मृदा बचाओ) अभियान के तहद सद्गुरु ने १०० – दिवसीय मोटर साईकिल यात्रा अकेले की थी । कुल २४ देशों से गुजरते हुए उन्होंने मृदा बचाने की जागरूकता का संदेश पहुंचाया। यूरोप, मध्य एशिया और खाडी देशों में उनके कुल ६९१ कार्यक्रम हुए , जिसका सीधा प्रसारण यूट्यूब पर किया गया। इस पहल को अप्रतिम सफ़लता मिली, ओन-लाइन और ओफ़-लाइन के ज़रिए इस अभियान का संदेश करीब ३९१ करोड़ लोगों तक सफलतापूर्वक पहुंचा।

उल्लेखनीय है कि सद्गुरु के अनेक वीडियो को लेकर बना  ‘सद्गुरु एप्प’ – जिसमें उनके आध्यात्मिक व ध्यानयोग जैसे विषय, जीवन , मृत्यु और उसके उपरांत जैसे दिलचस्प व गूढ बातों को उजागर करते वीडियोज़ शामिल है – को १७० देशों में ७० लाख से भी ज़्यादा डाऊनलोड प्राप्त हुए है।

सद्गुरु ने आध्यात्म और योगध्यान जैसे विषयों को युवा पीढी में अत्यंत लोकप्रिय बना दिया है । विश्व भर से लाखों की तादात में युवा वर्ग उनके इस आध्यात्म के मर्म से जुड़ रहे हैँ। सद्गुरु के पोडकास्ट ओडिबल और एमेज़न म्यूज़िक पर तीन सबसे ज़्यादा सुने जाने वाले पोडकास्ट में शामिल है।

Watch the video: Sadhguru in 2022: Life on the Edge

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Sachin Murdeshwar
Sachin Murdeshwar is a Sr.Journalist and Columnist in several Mainline Newspapers and Portals.He is an ardent traveller and likes to explore destinations to the core.

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