- यह साझेदारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप है जिसमें फॉर्मल हायर एजुकेशन के साथ स्किल कोर्सेज़ का एकीकरण होगा
- स्किल इंडिया मिशन के उद्देश्यों के साथ ही इस साझेदारी का उद्देश्य युवाओं को वर्क-इंटीग्रेटेड फॉर्मेट में कौशल प्रदान करना है जो उन्हें रोज़गार देने में मदद करेगा
नई दिल्ली, 11 मई 2022: कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के तहत नोडल एजेंसी, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) ने मेधावी कौशल विश्वविद्यालय के साथ मिलकर वर्क-इंटीग्रेटेड और स्किल-इम्बेडेड डिग्री/डिप्लोमा कोर्सेज़ (बैचलर ऑफ वोकेशनल स्टडीज- बी.वोक /डिप्लोमा इन वोकेशन- डी.वोक) को विकसित करने और बढ़ावा देने के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। इन कोर्सेज़ को एनएसडीसी के प्रशिक्षण भागीदारों/प्रशिक्षण केंद्रों के नेटवर्क और विश्वविद्यालय के पैनल में शामिल उद्योगों के सहयोग से लागू किया जाएगा।
एनएसडीसी के चीफ़ ऑपरेटिंग ऑफ़िसर और ऑफ़िशिएटिंग सीईओ वेद मणि तिवारी और मेधावी कौशल विश्वविद्यालय के फाउन्डर और चांसलर प्रवेश दुदानी ने ने नई दिल्ली में इस एमओयू को साइन किया।

Medhavi Skills University Logo
इस साझेदारी में उन छात्रों को टार्गेट किया गया है जिन्होंने कक्षा 10 या 12 की स्कूली शिक्षा पूरी कर ली है। यह छात्रों को उनकी शिक्षा से संबंधित उद्योगों में प्रैक्टिकल वर्क एक्सपीरिएंस के साथ-साथ यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) से मान्यता प्राप्त डिग्री / डिप्लोमा प्राप्त करने में सक्षम बनाएगा। ऑन-द-जॉब (OJT) ट्रेनिंग को संबंधित उद्योगों द्वारा प्रशिक्षुओं को दिए जाने वाले मासिक स्टाइपेन्ड से जोड़ा जाएगा, जिससे यूनिवर्सिटी के कोर्सेंज़ अत्यधिक किफायती और हायर एजुकेशन से वंचित रहने वाले छात्रों के लिए फायदेमंद हो जाएंगे। ये कोर्सेज़ एक ईकोसिस्टम भी बनाएंगे और स्किल इंडिया मिशन के उद्देश्यों को पूरा करेंगे क्योंकि ये युवाओं को उद्योग-संबंधित कौशल प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।

National Skill Development Corporation (NSDC) Logo
एनएसडीसी को इम्पलॉयर के परिसर में वर्क-बेस्ड ट्रेनिंग या ओजेटी के तहत यूनिवर्सिटी डिप्लोमा और डिग्री पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए अपने नेटवर्क का लाभ मिलेगा। प्रशिक्षण भागीदार/प्रशिक्षण केंद्र यूनिवर्सिटी में छात्रों के इनरॉलमेंट की सुविधा प्रदान करेंगे और कौशल केंद्रों में उनके बुनियादी प्रशिक्षण के बाद, छात्र ट्रेनीज़ के रूप में नामित उद्योग में शामिल होंगे और शॉप फ्लोर पर काम करते हुए प्रैक्टिकल ओजेटी ट्रेनिंग से गुजरेंगे। यूनिवर्सिटी उनकी प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के साथ फ़िज़िकल क्लासेज़, लाइव वर्चुअल क्लासेज़ और यूनिवर्सिटी लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से सेल्फ़ पेस्ड लर्निंग के साथ ‘फिजिटल’ मॉडल में थ्योरी क्लासेज़ चलाएगा।
स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप पर टिप्पणी करते हुए एनएसडीसी के चीफ़ ऑपरेटिंग ऑफ़िसर और ऑफ़िशिएटिंग सीईओ वेद मणि तिवारी ने कहा, “मेधावी स्किल्स यूनिवर्सिटी के साथ कोलैबरेशन का उद्देश्य ‘लर्न वाइल अर्न‘ मोड में लान्गटर्म डिग्री/डिप्लोमा-समर्थित स्किल कोर्सेज़ की शुरुआत के साथ स्किल ईकोसिस्टम में एक आदर्श बदलाव लाना है। छात्र नामी इन्डस्ट्रीज़ में ट्रेनीज़ के रूप में काम करते हुए प्रैक्टिकल वर्क एक्सपीरिएन्स प्राप्त करने में सक्षम होंगे और प्रोडक्शन और सर्विस आउटपुट में योगदान देने के लिए स्टाइपेन्ड प्राप्त करेंगे। यह कोलैबरेशन नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (एनईपी) 2020 से जुड़ा हुआ है, जिसमें व्यक्तिगत संस्थानों द्वारा हायर एजुकेशन ट्रैक्स के साथ स्किल ट्रेनिंग की परिकल्पना की गई है”।
एनईपी 2020 के तहत ‘लर्न वाइल अर्न‘ मॉडल को सक्रिय रूप से बढ़ावा दिया जा रहा है क्योंकि यह जॉब पर काम करते समय प्रैक्टिकल लर्निंग को सुनिश्चित करता है। यूजीसी के विशिष्ट दिशानिर्देश स्किल-डिग्री कोर्सेज़ के करिकुलम के हिस्से के रूप में अप्रेंटिसशिप/इंटर्नशिप/ओजेटी ट्रेनिंग को एम्बेड करने को बढ़ावा देते हैं। ट्रेनीज़ ओजेटी के दौरान उद्योग के प्रोडक्शन/सर्विस आउटपुट में योगदान देते हैं और इम्पलॉयर्स इन छात्रों को स्टाइपेन्ड का भुगतान करते हैं।
मेधावी स्किल्स यूनिवर्सिटी के फाउन्डर चांसलर प्रवेश दुदानी ने कहा, “वर्तमान शॉर्ट टर्म स्किल ट्रेनिंग मॉडल में हायर एजुकेशन क्वालिफिकेशन की कमी के कारण छात्रों के लिए सीमित करियर ग्रोथ की एक अनूठी चुनौती है। यूनिवर्सिटी के वर्क इंटीग्रेटेड स्किल्स एंड हायर एजुकेशन (WISE) मॉडल के साथ, उम्मीदवार यूजीसी से मान्यता प्राप्त डिग्री / डिप्लोमा (बी.वोक / डी.वोक) कर सकेंगे। इसमें प्रैक्टिकल वर्क एक्सपीरिएंस भी शामिल है। इसमें लंबी अवधि में उनके करियर को बढ़ाने की क्षमता है”।
इस अवसर पर उपस्थित, मेधावी स्किल्स यूनिवर्सिटी के प्रो-चांसलर कुलदीप सरमा ने कहा, “विश्वविद्यालय का WISE मॉडल वंचित उम्मीदवारों को उनके करियर में उत्कृष्टता प्रदान करने के लिए एक समान पहुंच प्रदान करता है जो फुलटाइम ट्रेडिशनल हायर एजुकेशन का खर्च वहन नहीं कर सकते हैं। एनएसडीसी कोलैबरेशन के माध्यम से, MSU ने अगले तीन वर्षों में विभिन्न वर्क इंटीग्रेटेड स्किलिंग एंड एजुकेशन अप्रोच के माध्यम से 5 लाख वंचित युवाओं को सशक्त बनाने की योजना बनाई है”।Ends
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